मंत्री लाखन बोले - जो प्रश्न कर रहे हैं कहीं वे ही तो हनी ट्रैप में शामिल नहीं

मंत्री लाखन सिंह यादव और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव


गोपाल भार्गव की चुनौती - हनी हो या मनी, सरकार जांच करा ले



 

भोपाल/ श्योपुर . पशुपालन और श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव द्वारा हनी ट्रैप मामले में दिए गए एक बयान को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है। यादव ने कहा कि हनी ट्रैप मामले में जो लोग प्रश्न कर रहे हैं, वे पता लगा लें कि कहीं उनका नाम ही तो इसमें शामिल नहीं है। गणतंत्र दिवस पर श्योपुर आए लाखन सिंह यादव से पत्रकारों ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा इस मामले में लगाए गए आरोपों के संबंध में सवाल पूछा था, जिसके जवाब में उन्होंने ये बात कही। गौरतलब है कि गोपाल भार्गव ने कहा था कि उन्होंने अपने एक परिचित के पास आठ अफसरों के वीडियो देखे हैं।


यादव के इस बयान पर चुनौती देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हनी हो या मनी... सरकार के पास जांच एजेसियां हैं, सच का पता लगा लें। मैंने जो आरोप लगाए थे, उन पर खुलासा इसलिए नहीं कर रहा हूं कि प्रदेश की बदनामी होगी। उधर, भार्गव के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय िसंह ने भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने जो कहा है, उसके प्रमाण उन्हें जांच एजेंसियों को देना चाहिए। 


शमी को फिर एसआईटी चीफ बनाने के लिए दायर याचिका खारिज
हनी ट्रैप मामले की जांच के लिए बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) की कमान दोबारा सीनियर आईपीएस आॅफिसर संजीव शमी को सौंपे जाने को लेकर एक जनहित याचिका सोमवार को दायर की गई थी। डिविजन बेंच के समक्ष याचिका आने पर याचिकाकर्ता उपस्थित हुए। उन्होंने दूसरे राउंड में इस केस को रखे जाने की बात कही। लंच के बाद मामला फिर सुनवाई के लिए आया तो याचिकाकर्ता हाजिर नहीं हुए। इस पर हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी।